भगवान श्री विष्णु के मूल मंत्र द्वारा उनकी आराधना कैसे करें ?

भगवान श्री विष्णु के मूल मंत्र द्वारा उनकी आराधना कैसे करें ?

भगवान श्री विष्णु को सृष्टि के मूल तीन देवों में से एक माना गया है | भगवान श्री विष्णु इस सृष्टि के पालनकर्ता है | एक जातक अपने जन्म से लेकर मृत्यु तक जो भी सुख-दुःख अनुभव करता है वे सभी भगवान श्री विष्णु कृपा पर ही निर्भर है | भगवान श्री विष्णु (Bhagwan Vishnu Mantra Aradhna)को स्वभाव से शांत और आनंदमयी माना गया है | वे सदैव पानी में शेषनाग पर आराम की अवस्था में विराजमान रहते है |
भगवान श्री विष्णु की आराधना से जातक अपने पापों से मुक्ति पाता है और सभी सुखों की अनुभूति करता है | हर प्रकार का कष्ट व रोग भगवान विष्णु की आराधना से दूर हो जाता है | भगवान विष्णु के मूल मंत्र द्वारा उनकी आराधना करने से वे अति शीघ्र प्रसन्न होकर अपने भक्त को फलीभूत करते है |
bhagwan vishnu mantra aradhna in hindi
भगवान श्री विष्णु मूल मंत्र :-
मंत्र 1 :  ॐ नमोः नारायणाय 
मंत्र 2 : ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय
भगवान श्री विष्णु की पूजा के लिए गुरुवार का दिन शुभ माना गया है | इस दिन भक्त सत्य नारायण के नाम इनकी पूजा व व्रत आदि रखते है | गुरुवार के अतिरिक्त एकादशी, द्वादशी व पूर्णिमा इन तिथियों को भी भगवान विष्णु की पूजा करना विशेष रूप से फलदायक माना गया है |

Bhagwan Vishnu Mantra Aradhna

भगवान विष्णु आराधना विधि :-

गुरुवार के दिन सुबह के समय स्नान आदि से निवृत होकर पीले वस्त्र धारण करें और पहुँच जाए भगवान श्री विष्णु के मंदिर | भगवान श्री विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराये व पीले वस्त्र और तुलसी की माला चढ़ाये | उनके चरणों में पुष्प अर्पित करें | फल व दूध आदि से बनी मिठाई द्वारा भोग लगाये | दूप-दीप प्रज्वल्लित करें |
अन्य जानकारियाँ :-
प्रतिमा के सामने आसन बिछाकर बैठ जाये | अब हाथ में जल लेकर संकल्प ले और तुलसी की माला द्वारा मंत्र जप शुरू कर दे | आप अपने सामर्थ्य अनुसार 3, 5 , 7 या 11 माला का जप कर सकते है | मंत्र जप के बाद भगवान विष्णु से अपने कार्य की पूर्णता की अरदास लगाये | अंत में भगवान विष्णु की आरती करें | इस प्रकार से आप भगवान श्री विष्णु के मूल मंत्र/(Bhagwan Vishnu Mantra Aradhna) द्वारा उनकी आराधना कर सकते है |