शनिदेव पूजा विधि | शनि दोष दूर करने के लिए इस प्रकार करें शनि पूजन
Shani Puja Vidhi) ही आपको आपके संकट से छुटकारा दिला सकती है |
शनि देव पूजा विधि /
Shani Puja Vidhi:-
- अगर आप प्रतिदिन शनिदेव की पूजा करते है तो सुबह-सुबह स्नान आदि करके काले या नीले वस्त्र धारण करें | सरसों के तेल का दीपक जलाएं इसमें थोड़े काले तिल अवश्य डाले | अब पूर्व दिशा की तरफ मुख करके आसन बिछाकर बैठ जाएँ | अब शनि मंत्र के जप या शनि चालीसा का पाठ करें | इसके बाद हनुमान जी का स्मरण करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करें |
- शनि देव की विशेष पूजा के लिए शनिवार का दिन शुभ माना गया है | शनिवार के दिन सुबह-सुबह पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें और वहां तेल का दीपक जलाएं |
- शनिवार के दिन शनिमंदिर जाएँ और शनिदेव जहाँ शिला रूप में विराजमान है उस स्थान पर उन्हें तेल अर्पित करें | अब तेल का दीपक जलाएं | शिलारुपी शनिदेव को काले तिल, काली उड़द और लोहा व काले वस्त्र अर्पित करें | शनिदेव की प्रतिमा के बिल्कुल सामने कभी न जाएँ व उनकी आँखों में कभी न देखे | शनिदेव की प्रतिमा दे थोड़े दाई या बायीं तरफ से झुककर उन्हें प्रणाम करने और प्रसाद के रूप में रेवड़ी अर्पित करें | अब दान पात्र में कुछ रूपये अवश्य डालें |
- शनिदेव को प्रसन्न करने हेतु इस मंत्र के अधिक से अधिक जप करने चाहिए :
ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: || - शनिवार के दिन शनिदेव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लेकर व्रत करने से भी शनिदेव अतिप्रसन्न होते है |
- किसी गरीब की सहायता करना, बिना स्वार्थ के दान कार्य करना, किसी का अहित न करना और अपना आचरण सही रखना यह सब करने से शनि देव सबसे अधिक प्रसन्न होते है | सही अर्थ में यही शनिदेव की सबसे बड़ी पूजा(
Shani Puja Vidhi) है |