स्त्री वशीकरण ! इस शाबर मंत्र के प्रयोग से करें- किसी भी स्त्री को अपने वश में

स्त्री वशीकरण ! इस शाबर मंत्र के प्रयोग से करें- किसी भी स्त्री को अपने वश में |

|| स्त्री शाबर वशीकरण मंत्र ||

शाबर मंत्र बहुत ही प्रभावशाली मंत्र होते है | ये अपने आप में सिद्ध होते है इसलिए कुछ मंत्र जाप से ही इन मंत्रो में प्रबलता आनी आरम्भ हो जाती है | देसी व ग्रामीण भाषा में लिखे होने के साथ -साथ इनमे गुरु की आन , दुहाई , व दूध हराम इस प्रकार के शब्द प्रयोग होते है जो देव को आपका कार्य पूर्ण करने पर पूर्णतया बाध्य करते है |
Shabar Vashikaran Mantra Love Vashikaran
आज हम आपको एक ऐसे ही शाबर वशीकरण मंत्र के विषय में बताने जा रहे है जिसको यदि विधि अनुसार प्रयोग किया जाये तो किसी भी स्त्री को अपने वश में किया जा सकता है | यह एक स्त्री शाबर वशीकरण मंत्र है और इसका प्रयोग केवल स्त्री को ही वश में करने के लिए करना चाहिए |

स्त्री वशीकरण विधि : – 

गुरूवार के दिन शाम के समय आप अपने घर पर एक स्थान सुनिश्चित कर ले | उस स्थान पर एक आसन पर आप बैठ जाये | अब एक डिब्बी में थोडा नमक ले -ले | ध्यान दे डिब्बी पर ढक्कन अवश्य हो | अब आप इस डिब्बी को हाथ में लेकर इस से ढक्कन को हटा दे और नीचे दिए गये मंत्र का उच्चारण करें | एक मंत्र का उच्चारण करने के पश्चात आप डिब्बी में नमक की तरफ फूंक लगाये | इस प्रकार आप यह क्रिया 7 बार करें |  इस प्रकार सात बार इस नमक को अभिमंत्रित करने के पश्चात् अब आप इस डिब्बी को बंदकर  किसी सुरक्षित स्थान पर रख दे |
इसी क्रिया को आप प्रतिदिन 5वे गुरूवार तक करें | इस प्रकार लगातार 29 दिन तक 7 बार इस मंत्र को अभिमंत्रित करने से यह नमक पूर्णतया अभिमंत्रित हो जाता है | ध्यान दे ,जिस समय का आप चुनाव करते है , प्रतिदिन उसी समय पर यह क्रिया करें और एक भी दिन बीच में कार्य छोड़े नहीं |

मंत्र इस प्रकार है : –

                        ⇒   ” ॐ भगवती भग भाग दायिनी देव दत्तीं मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा ”  ⇐

इस मंत्र में जहाँ पर “देव दत्तीं ” शब्द आया है | आप इसके स्थान पर अभिलाषित स्त्री नाम ले |
अब 29 दिन बाद आप इस नमक को अभिलाषित स्त्री को खिला दे | ऐसा करने के पश्चात अब आप जैसे ही उस स्त्री से बात करेंगे वह आपके वशीभूत होनी शुरू हो जाएगी |
जरुरी सूचना :-  यदपि, शाबर मंत्र अपना प्रभाव कभी नही खोते , किन्तु फिर भी इस प्रकार के शाबर मंत्र द्वारा किसी का भी अहित किया जा सकता है इसलिए आप इस प्रकार के मंत्र का प्रयोग केवल मानव कल्याण के उद्देश से ही करें तो उचित होगा ||

|| ॐ श्री हनुमते नमः ||