जन्म कुंडली न होने पर किस प्रकार करें ज्योतिष समाधान ?
Bina Janam Kundali ke Jyotish Samadhan :
शनि देव की पूजा :-
- शनिवार की प्रातः सूर्योदय से पहले पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें व इस मंत्र का जप करें : ॐ शं शनैश्चराय नमः | एक सरसों के तेल का दीपक पीपल के पेड़ के नीचे धरती पर प्रज्वल्लित करें |
- शनिवार की शाम को कुछ गुलगुले बनाकर अपने सिर के ऊपर से सात बार बारे व शनि देव का स्मरण करें | अब इन गुलगुलों को किसी काले कुत्ते को खिला दे | इसके अतिरिक्त आप एक मोटी रोटी बनाकर उस पर सरसों का तेल लगाये, अब इस रोटी के चार टुकड़े करके अपने ऊपर से सात बार वार कर काले कुत्ते को खिलाये |
- शनिवार के दिन किसी बिजार ( गाय की नर प्रजाति ) को गुड़ और तेल खिलाये |
- घर में पूजा स्थल पर सिद्ध शनि यन्त्र की स्थापना करें और प्रतिदिन इसकी पूजा करें | पूजा के समय शनि मंत्र – ॐ शं शनैश्चराय नमः की कम से कम एक माला का जप अवश्य करें |
- शनि देव के तांत्रिक मंत्र का जप करना भी शुभ माना गया है | इसलिए शनिवार की शाम अपने सामर्थ्य अनुसार आप इस मंत्र के जप अवश्य करें : ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः |
- शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सूर्य देव की पूजा करना भी फलदायी माना गया है | इसलिए सूर्य को अर्ध्य देना विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है |
- शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से शनि देव भी प्रसन्न होते है | इसलिए हनुमान जी को शनिवार के दिन चौला चढ़ाए व सुंदर काण्ड का पाठ करें |
- शनिवार के दिन शनि देव के मंदिर अवश्य जाए | मंदिर में शनिदेव को सरसों का तेल, काले तिल व लोहे की वस्तु और प्रसाद रूप में रेवड़ी आदि अर्पित करें | सरसों के तेल का दीपक जलाये | ध्यान दे : शनि देव की प्रतिमा को एकदम सामने से कदापि न देखे, थोड़े एक तरफ होकर ही उन्हें प्रणाम करना चाहिए |